उदयपुर, 13 मार्च (ब्यूरो)। एनआरआई से रिश्वत मामले में न्यायिक हिरासत में चल रहे निलंबित डिप्टी जितेंद्र आंचलिया के खिलाफ एक और शिकायत मिली है। इस मामले में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान से जुड़े लोगों ने सोमवार को जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर पुलिस महानिरीक्षक अजयपाल लाम्बा तथा पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा से कार्रवाई की मांग की है। एसपी शर्मा ने इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर को सौंपी है।
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान की ओर से सोमवार दोपहर जिला कलक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। जिसमें भूमाफियाओं पर कार्रवाई की मांग को लेकर जेल में बंद निलंबित पुलिस उप अधीक्षक जितेंद्र आंचलिया के खिलाफ भी शिकायत की। संस्थान अध्यक्ष बालू सिंह कानावत का कहना था कि भू-माफियाओं द्वारा मेवाड़ क्षत्रिय महासभा नाथद्वारा के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह झाला सहित अन्य लोगों के खिलाफ षड्यंत्र पूर्वक झूठे मामलों में फंसाया गया। इसमें उदयपुर पश्चिम के तत्कालीन उप अधीक्षक रहे जितेंद्र आंचलिया पर भूमाफियाओं को प्रशय देेने तथा उनका साथ देने का आरोप लगाया। बताया गया कि साल 1977 में स्वर्गीय मांगीलाल सुराणा ने 150 रुपए प्रति बीघा के हिसाब से प्रेम सिंह दुलावत को 20 बीघा जमीन बेच दी थी। किन्तु अब सुराणा के बेटे पिता की बेची जमीन वापस हड़पना चाहते हैं। जिसमें सुराणा परिवार के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय तत्कालीन पुलिस अधीक्षक जितेंद्र आंचलिया ने उनका साथ दिया। बताया गया कि लक्ष्मण सिंह झाला जब इस मामले में कार्रवाई कराने पुलिस अधिकारी आंचलिया के पास पहुंचे तो उन्होंने मदद करने की बजाय लोगों के जरिए जबरन उसी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिए। आईजी अजयपाल लाम्बा को ज्ञापन दिए जाने पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक के पास मामला रेफर कर दिया था। जबकि पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने कहा कि मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर को सौंप दी गई है। जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार दोपहर मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान की ओर से सैकड़ों समर्थकों ने जिला कलक्टर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने तथा कार्रवाई की मांग की है। जिस निलंबित पुलिस अधिकारी जितेंद्र आंचलिया के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया, वह एनआरआई से रिश्वत के मामले में पहले से ही न्यायिक हिरासत में चल रहा है।
2023-03-13