खून की उल्टियां करती मिली
जयपुर
जयपुर में एक स्टूडेंट ने स्कूल की चौथी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। मृतक के पिता ने स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ छात्रा को प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। स्कूल प्रिंसिपल, पीटीआई व अन्य शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
लुनियावास (जयपुर) के रहने वाले श्रवण लाल मीणा ने कानोता थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी बेटी राधिका मीणा (16) सुमेल रोड बगराना स्थित बीटलस इंटरनेशनल स्कूल में 11वीं क्लास में पढ़ती थी।
15 फरवरी को सुबह करीब 9:30 बजे कॉल आया कि राधिका को चोट लग गई है। स्कूल प्रशासन उसे अखिला हॉस्पिटल लेकर पहुंचा था।
स्कूल की सूचना पर पौने 10 बजे वे हॉस्पिटल पहुंचे तो बेटी राधिका के सिर पर टाकें लगे हुए थे। पैर पर प्लास्टर बंधा हुआ था। उसे खून की उल्टियां हो रही थी।
डॉक्टर्स ने उसे SMS रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।
मृत छात्रा के पिता श्रवण लाल मीणा का पेट्रोल पंप है। उनका कहना है कि स्कूल के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
तीये की बैठक में टॉर्चर का चला पता
17 फरवरी को तीये की बैठक हुई। बैठक में स्कूल बच्चों और टीचर्स से पता चला कि बेटी को स्कूल प्रिंसिपल इन्दु चौधरी, वाईस प्रिसिंपल सुनिता, PTI टीचर पुष्पलता और क्लास टीचर सोनिया सहित अन्य टीचर्स बुरी तरह मारपीट करते थे।
राधिका को धमकाने के साथ अश्लील शब्द कहते थे। कहा जाता था कि एग्जाम में फेल कर दिया जाएगा। इससे परेशान होकर स्कूल की चौथी मंजिल से राधिका ने छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया।
सुमेल रोड बगराना स्थित बीटल्स स्कूल में पहुंची पुलिस ने जांच की और बयान लिए हैं।
स्कूल प्रशासन बोला- सीढ़ियों से गिर गई थी राधिका
पिता ने बताया- 19 फरवरी को हरिद्वार से बेटी राधिका का अस्थि विसर्जन कर जयपुर लौटा। स्कूल पहुंचने पर स्कूल स्टाफ से बात करने पहुंचा तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया स्कूल ने CCTV फुटेज दिखाने से भी मना कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि गलत सूचना दी गई की राधिका सीढ़ियों से गिर गई।
पिता का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने उसे धमकी दी है कि हमारे खिलाफ कार्रवाई करने से कुछ नहीं होगा। बल्कि इससे आपकी बदनामी होगी।
स्कूल पहुंची पुलिस टीम
SHO कानोता मुकेश ने बताया- शिकायत मिलने पर स्कूल प्रशासन के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है। पुलिस की टीम स्कूल गई थी।
टीम ने स्कूल प्रशासन से सीसीटीवी फुटेज मांगे, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली है। बच्चों के बयान लिए जा रहे हैं। जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।