-भाजपा कार्यकर्ताओं ने तोड़े बैरिकेड्स, पुलिस वाहनों को किया क्षतिग्रस्त
-पुलिस से हुई झड़प में पूनिया हुए चोटिल तो दिलावर की बिगड़ी तबीयत
जयपुर: धरना दे रहीं तीन वीरांगनाओं और भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा व रंजीता कोली के साथ पुलिस की बदसूलकी के विरोध में भाजपा ने शनिवार को जयपुर में उग्र प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पहले पार्टी कार्यालय पर धरना दिया, फिर सीएम हाउस का घेराव करने निकल पड़े। इस दौरान इनकी पुलिस के साथ तीखी झड़प हुई। इसी बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस वाहन पर पथराव कर दिया, जिससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इसके बाद प्रदर्शनकारी भाजपा नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
सांसद किरोड़ी मीणा को शुक्रवार को हिरासत में लिए जाने और उनके साथ पुलिस की धक्का मुक्की के विरोध में भाजपा ने शनिवार को प्रदेश कार्यालय पर धरने का ऐलान किया था, लेकिन धरने के बाद पार्टी ने रणनीति बदलते हुए मुख्यमंत्री निवास की ओर से कूच कर दिया। भाजपा कार्यकर्ता 22 गोदाम की तरफ बढऩे लगे तो पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोडऩे का प्रयास किया, जिसके चलते पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की हुईं। इस झड़प में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के चोटें आई तो भाजपा विधायक मदन दिलावर की तबीयत बिगड़ गई। इससे गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पुलिस के वाहनों पर पथराव कर दिया, जिसमें कई वाहनों के शीशे टूट गए। इसके बाद पुलिस ने भी हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा।
इन्होंने दी गिरफ्तारी
इस बीच, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया, भाजपा विधायक मदन दिलावर, अशोक लाहोटी, निर्मल कुमावत और सांसद घनश्याम तिवाड़ी सहित कई नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी। इसके बाद भी भाजपा कार्यकर्ता पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को तोडऩे का प्रयास करते रहे और उन पर चढक़र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
प्रदेशभर में आंदोलन 15 से
मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि वीरांगनाओं के अपमान, जनप्रतिनिधियों से बदसलूकी, संपूर्ण किसान कर्जमाफी, बिगड़ी कानून व्यवस्था, पेपर लीक व महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों के साथ-साथ जनहित से जुड़े दूसरे मुद्दों पर भाजपा पूरे प्रदेश में 15 मार्च से जिला कलेक्ट्रेट्स का घेराव करेगी। इसके तहत प्रदेशभर के सभी 33 जिला मुख्यालयों पर अलग-अलग दिनों में आंदोलन किया जाएगा।