मावली में मासूम से दुष्कर्म के बाद हत्या का जघन्य मामला, आरोपी के माता—पिता की जमानत के बाद एक बार फिर आक्रोश
उदयपुर, 10 जून(ब्यूरो)। मावली के लोपड़ा गांव में आठ साल की मासूम के साथ दुष्कर्म के बाद उसके दस टुकड़े कर हत्या करने के जघन्य मामले के मुख्य आरोपी के माता—पिता के जमानत पर रिहा होने के बाद एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में आ गया। शनिवार को आदिवासी एवं सर्व समाज ने मौन जुलूस निकालकर विरोध जताया। जिला कलक्टर को दिए ज्ञापन में मामले की जांच एसओजी या सीबीआई को दिए जाने की मांग रखी।
इससे पहले आदिवासी एवं सर्व समाज के सैकड़ों लोग बैंक तिराहे से जिला कलक्ट्रेट के लिए मौन जुलूस के रूप में पहुंचे। ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर ताराचंद मीणा से बताया कि दुष्कर्म के बाद जघन्य हत्याकांड मामले की जांच एसओजी या सीबीआई से कराई जानी चाहिए। गंभीरतम मामला होने के बावजूद मुख्य आरोपी को मदद करने वाले माता—पिता जमानत पर रिहा हो गए। इससे समाज में गलत मैसेज गया है। उन्होंने कहा कि अभी तक जिला प्रशासन ने आदिवासी एवं सर्व समाज की मांग पूरी नहीं की है। पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक यह मांग पूरी नहीं की गई। केवल एक सदस्य को ठेकेदार के जरिए नौकरी पर लगवा दिया जो अत्याचार है।
एक करोड़ के मुआवजे की मांग
आदिवासी एवं सर्व समाज ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की है। इसके अलावा उनकी मांग की है कि नाबालिगों से दुष्कर्म मामले के फैसले दो महीने में पूरी कराए जाने के लिए नियम बनाया जाना चाहिए। पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने का प्रावधान भी शामिल किया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि राज्य सरकार इस मामले में गंभीरता से विचार नहीं करती तो जल्द ही बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।
गौरतलब है कि जिले के मावली क्षेत्र के लोपड़ा गांव की आठ साल की एक बालिका 27 मार्च को लापता हो गई थी। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके पिता ने मावली थाने में दर्ज कराई थी। चार दिन उसका शव घर से करीब दो सौ मीटर की दूर एक खंडहर से बरामद हुआ। शव जिस स्थिति में था, उसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। हत्यारे ने उसके शव के दस टुकड़े किए और पॉलीथिन की अलग—अलग थैलियों टुकड़ों को डालकर कट्टे में भरकर फैंका गया था। पुलिस ने शंका के आधार पर कमलेश राजपूत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। उसने कबूल किया कि दुष्कर्म के दौरान उसने बालिका का गला घोंटकर हत्या कर दी थी।