जयपुर, 14 मार्च(ब्यूरो): राज्य विधानसभा में मंगलवार को कृषि विभाग की अनुदान मांगोंं पर चर्चा के दौरान माकपा सदस्य बलवान पूनिया और गिरधारी साल 2020 में हुई फसल खराबी का बीमा क्लेम नहीं मिलने से नाराज होकर सदन में धरना दिया। हालांकि बाद में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के आश्वासन पर वे धरने से उठ गए।
अनुदान मांगोंं पर चर्चा के दौरान पूनिया धरने पर बैठ गए, जिसके चलते कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने दोनों विधायकों से 2 दिन का समय मांगते हुए धरना समाप्त करने की अपील की। पूनिया ने सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा कि अब हम और ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर सकते। मेरा बीमा क्लेम दो नहीं तो मैं सदन में धरने पर बैठूंगा और जब तक हां नहीं करोगे, मैं यहां से नहीं जाऊंगा। विधानसभा सत्र में अब कृषि बजट के बाद कोई बात नहीं बचेगी। बलवान पूनिया ने कहा कि यह हमारा अधिकार है, हम प्रीमियम देते हैं हमारी फसल बर्बाद होती है, तो हम क्लेम मांगते हैं।
पूनिया ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसान के साथ मत खेलिए, जिसकी 2 साल पहले फसल खराब हो गई, अगर आपको यकीन नहीं होता है, भादरा नोहर के खेतों में जाकर देखें, जहां चने की फसल खराब हो गई यह कहकर पूनिया धरने पर बैठ गए। सभापति के पूनिया को उनकी सीट पर बैठने के लिए कहने के बाद भी वे सदन में धरने पर बैठे रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि किसी भी ब्लॉक में बीमा कंपनी के 5 से 6 प्रतिनिधि नहीं हैं। जब बीमा प्रतिनिधि ही नहीं है तो क्रॉप कटिंग का सही आंकड़ा भी उनके पास नहीं होता। उन्होंने सेटेलाइट से क्रॉप कटिंग आंकड़े पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि इसकी खामी से भी किसानों को नुकसान हो रहा है।
2023-03-15