पेपर लीक मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की अ​ग्रिम जमानत अर्जी खारिज:कुल 1.25 लाख रुपए ईनामी है आरोपी, ढाका का वकील बोला-राजनीति संबंध के कारण फंसाया

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सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में फरार चल रहे मास्ट माइंड सुरेश ढाका की उदयपुर कोर्ट ने मंगलवार को अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। इस दौरान पब्लिक प्रोसिक्यूटर मुस्तकिल खान ने तर्क दिया कि आरोपी इस गिरोह का मास्टर माइंड है जिस पर राज्य सरकार द्वारा 1 लाख रुपए और उदयपुर एसपी द्वारा 25000 रुपए का ईनाम घोषित है। मामले में अभी तक चालान भी पेश नहीं हुआ है। साथ ही पेपर बेचने और खरीदने वालों की भी गिरफ्तारी शेष है। ऐसे में आरोपी को जमानत दिया जाना उचित नहीं है।

इस दौरान ढाका की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वकील सुरेश कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए अभियुक्त को केवल राजनीतिक संबंध के आधार पर फंसाया जा रहा है। जबकि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। सुनवाई के दौरान सुरेश ढाका का भाई अशोक ढाका भी मौजूद रहा। दोनों पक्ष की सुनवाई के बाद पीठासीन अधिकारी चन्द्रप्रकाश सिंह ने ढाका की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी।

भूपेन्द्र सारण को 17 मार्च तक रिमांड पर भेजा
सवीना थाना पुलिस ने पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी भूपेन्द्र सारण मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 17 मार्च तक के लिए रिमांड पर भेजा है। पुलिस सारण अब आगे पूछताछ करेगी, जिसमें मामले में कई राज खुलने की संभावना है। बता दें, पुलिस ने एक दिन पहले सारण को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था। सारण को इसइ बार बेकरिया थाने में दर्ज मामले को लेकर पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया था।

बीते माह हुई टीचर भर्ती के दो डमी अभ्यर्थियों की जमानत खारिज
26 फरवरी 2023 को ग्रेड थर्ड टीचर भर्ती परीक्षा में बैठे डमी अभ्यर्थी श्रवण विश्नोई और जालोर निवासी किशनाराम विश्नोई की भी कोर्ट ने मंगलवार को जमानत अर्जी खारिज कर दी। इस मामले में भी अभी अन्य आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करने में जुटी है। बता दें, हिरण मगरी पुलिस ने डमी अभ्यर्थी किशनाराम को पकड़ा था। वह उदयपुर में झाड़ोल के रहने वाले संजय पारगी की जगह एग्जाम दे रहा था।

किशनाराम ने ही पुलिस पूछताछ में बाडमेर निवासी श्रवण विश्नोई का नाम बताया था। आगे श्रवण से पुलिस को पूछताछ में पता लगा था कि उसने सुरेश विश्नोई के साथ मिलकर डमी कैंडिडेट किशनाराम विश्नोई को उदयपुर के एक होटल में रुकवाया था। रुकवान के साथ खाने-पीने और सेेंटर पर लाने-ले जाने का काम भी देखा था।

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