छात्र प्रौद्योगिकी की दौड़ में मानव कल्याण की भावना को ना खोए : बिरला

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-एमएनआईटीए के 16वें और आईआईआईटी कोटा के दूसरे दीक्षांत समारोह में बिरला ने की शिरकत
जयपुर, 12 अप्रैल (ब्यूरो): मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 16वें दीक्षांत समारोह और आईआईआईटी कोटा के दूसरे दीक्षांत समारोह में बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शिरकत की। वे दोनों कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने छात्रों को अकादमिक क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए बधाई दी वहीं शिक्षा और व्यावसायिक विकास के क्षेत्र में योगदान के लिए एमएनआईटीए जयपुर और आईआईआईटी कोटा की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज छात्रों में नई सोच को विकसित और प्रोत्साहित करने की जरूरत हैं। एमएनआईटी जैसे संस्थानों की शिक्षा-दीक्षा के परिणामस्वरूप भारत के युवा अनुसंधान और नवाचार में सबसे आगे हैं। नए भारत में अपार संभावनाएं और अवसर उपलब्ध हैं और यह युवाओं पर निर्भर करता है कि वे अपनी कड़ी मेहनत और नवाचार के माध्यम से व्यक्तिगत विकास के साथ ही राष्ट्र के विकास के लिए इन संभावनाओं का उपयोग कैसे करते हैं। तकनीकी नवाचारों, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, स्टार्ट.अप आदि जैसे क्षेत्रों में देश को अग्रणी बनाना चाहिए। छात्र वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने की प्रधानमंत्री की संकल्पना को पूरा करने को अपना मिशन बना लें। बिरला ने छात्रों को सलाह दी कि वे अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़े रहें और दूसरों की नकल न करें।

143 को डॉक्टरेट, 727 को स्नातक, 582 को मास्टर डिग्री और 37 स्वर्ण पदक मिले
जेएलएन मार्ग स्थित एमएनआईटी के ओपन एयर थिएटर में बुधवार को 16वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। जिसमें 143 छात्रों को डॉक्टरेट, 727 को स्नातक, 582 को मास्टर डिग्री दी गई और 37 छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। इस दौरान प्रो. नारायण प्रसाद पाढ़ी, निदेशक, एमएनआईटी जयपुर संस्थान की शैक्षणिक गतिविधियों और उपलब्धियों की एक रिपोर्ट पेश की। डॉ. आरके त्यागी, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, एमएनआईटीए ने समारोह की अध्यक्षता की। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने दीक्षांत भाषण दिया।

एमएनआईटी के छात्रों को एडवर्ब, एडोब, एयरटेल, अमेजॅन, ऐप्पल, बजाज मोटर्स, बीएचईएल, बीपीसीएल, डीशॉ, ड्यूश बैंक आदि प्रमुख संगठनों में इस वर्ष रोजगार मिला। एमएनआईटी में प्लेसमेंट की संख्या 2021-22 में 839 और वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में 822 तक पहुंच गई है। इस वर्ष 1000 लोगों को रोजगार दिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। संस्थान के प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों को 26.46 करोड़ रुपए के 57 नई शोध परियोजनाओं से सम्मानित किया गया है और उन्होंने पिछले वर्ष के दौरान 18.29 करोड़ रुपए की 738 परामर्श परियोजनाएं पूरी की हैं। उन्होंने प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में 800 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। उनमें से कुछ को सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पिछले वर्ष के दौरान 100 से अधिक संकाय सदस्यों ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में और 110 ने राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लिया।

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