वैक्सीन का स्टॉक खत्म, टीकाकरण अभियान बंद,कोरोना का खतरा बढ़ा, राज्य में अब तक लगी 11.57 करोड़ डोज

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जयपुर, 6 अप्रैल (जितेन्द्र सिंह रोटवाड़ा): राज्य में कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। गत फरवरी में मिले नए वेरियंट एक्सबीबी 1.16 के चलते अब तेजी से नए संक्रमित सामने आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कोरोना के पीक समय में तेजी से चल रहा कोरोना टीकाकरण अभियान भी अब ठप हो गया है। चिकित्सा विभाग के पास गत 31 मार्च को वैक्सीन का स्टॉक समाप्त हो जाने के बाद राज्य में कोविड टीकाकरण बंद कर दिया गया है। वहीं अब कोरोना की आहट के बाद लोग टीका लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर तलाश रहे हैं लेकिन सरकारी के साथ ही अब निजी अस्पतालों में भी कोविड के टीके नहीं लग पा रहे हैं।
अब तक करोड़ों को लगे टीके
प्रदेश में 16 जनवरी 2021 से शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान के तहत गत 31 मार्च तक कुल 11.57 करोड़ डोज लगाई गई है। इसमें भी सबसे ज्यादा वैक्सीन की पहली डोज 99.3 फीसदी लगाई गई है। इसके बाद दूसरी डोज भी 91.1 प्रतिशत लोगों ने लगवाई है, लेकिन उसके बाद प्रीकॉशन डोज को लेकर लोगों का उत्साह कम हो गया और आमजन ने वैक्सीनेशन के प्रति बेरुखी धारण कर ली। इसके चलते सिर्फ 15 फीसदी लोगों ने ही प्रीकॉशन डोज लगवाई है।

कंपनियों ने बंद किया उत्पादन
कोविड के टीके लगाने के लिए लोग सेंटर पर नहीं आ रहे थे और इसके घटते रुझान को देखते हुए वैक्सीन उत्पादक कम्पनियों ने भी प्रोडक्शन बंद कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि अब सिर्फ पहले के ऑर्डर पर ही टीके तैयार किए जा रहे हैं, लेकिन लोगों के रुझान को देखते हुए नए ऑर्डर नहीं दिए गए हैं। राज्य में टीके मंगवा भी लिए जाए तो कोई लगवाने के लिए नहीं आ रहा।
लोगों ने नहीं दिखाई रुचि
राज्य में वैक्सीनेशन बंद करने के पीछे बड़ा कारण लोगों का इसके प्रति मोह भंग होना माना जा रहा है। प्रीकॉशन डोज के लिए चिकित्सा विभाग ने वैक्सीन का पूरा स्टॉक मंगवाया था, लेकिन एक वर्ष के अंतराल में पूरे राज्यभर में सिर्फ 77 लाख लोगों ने ही डोज लगवाई। ऐसे में को-वैक्सीन का बचा हुआ स्टॉक एक्सपायर होने के कगार पर आ गया था। इसके चलते विभाग ने एक अप्रैल से टीकाकरण अभियान ही बंद कर दिया।

इनका कहना है
वैक्सीनेशन के प्रति लोगों का रुझान समाप्त हो गया है। विभाग ने पूरी तैयारी की लेकिन लोग टीके लगवाने के लिए ही नहीं आए, ऐसे में 31 मार्च के बाद टीकाकरण अभियान भी बंद कर दिया गया है और विभाग के पास अब कोई वैक्सीन भी उपलब्ध नहीं है।
-डॉ. रघुराज सिंह, परियोजना निदेशक (टीकाकरण) स्वास्थ्य विभाग राजस्थान।

कोरोना संक्रमण का शतक, 2 की मौत
– जयपुर में मिले 21 संक्रमित
जयपुर, 6 अप्रैल (ब्यूरो): राज्य में अप्रैल की शुरुआत के साथ ही एक बार फिर कोरोना संक्रमण के आंकड़े लोगों को डराने लगे हैं। मार्च में दस्तक देने के बाद अप्रैल की शुरुआत से ही संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते प्रदेश में गुरुवार को लंबे अंतराल के बाद कोरोना मरीजों का आंकड़ा 100 पर पहुंचा है। वहीं इस दौरान 37 मरीज रिकवर घोषित किए गए हैं और दो मरीजों की मौत भी दर्ज हुई है। ऐसे में प्रदेश में अब एक्टिव केसों की संख्या बढक़र 294 हो गई है।
चिकित्सा विभाग के अनुसार आज कोटा और बारां में इलाज के दौरान एक-एक कोरोना संक्रमित मरीज ने दम तोड़ दिया है। इसके साथ ही अब तक कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या भी 9666 हो गई है। इस दौरान आज सबसे ज्यादा संक्रमित जयपुर में 21, राजसमंद 13, जोधपुर 10, बीकानेर 9, अलवर, चित्तौडग़ढ़ व उदयपुर में 7-7, पाली में 6, झालावाड़ में 4, सिरोही 3, अजमेर, बारां, बूंदी, गंगानगर, जैसलमेर, कोटा में 2-2 तथा भीलवाड़ा में एक संक्रमित मिला है।

11 जिले अब भी कोरोना मुक्त
कोरोना के बढ़ रहे केसेज के बीच सुखद पहलू यह भी है कि अब तक राज्य के 11 जिले संक्रमण से मुक्त है। इसमें प्रतापगढ़, करौली, झुंझुनूं, जालौर, हनुमानगढ़, डूंगरपुर, धौलपुर, दौसा, भरतपुर, बाड़मेर और बांसवाड़ा में एक भी एक्टिव केस नहीं है। यहां गत 6 माह से कोई भी संक्रमित नहीं मिला है और एक्टिव केस भी रिकवर हो गए हैं।

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