17 साल पहले कंधार में छोड़ा गया आतंकी मसूद है हमले का मास्टरमाइंड?
2nd January 2016 · 0 Comments
नई दिल्ली. पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के मास्टरमाइंड के तौर पर मौलाना मसूद अजहर का नाम सामने आ रहा है। अजहर वही आतंकी है, जिसे 1999 में हाईजैक हुए इंडियन एयरलाइन्स के प्लेन को छुड़ाने अफगानिस्तान के कंधार ले जाकर रिहा किया गया था। माना जाता है कि भारतीय पैसेंजरों की रिहाई के लिए हुए उस ऑपरेशन का हिस्सा मौजूदा एनएसए अजीत डोभाल भी थे।
क्या था कंधार हाईजैक केस और भारत ने कितने आतंकी छोड़े थे…
– 24 दिसंबर, 1999 को पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने 178 पैसेंजरों के साथ इंडियन एयरलाइन्स के आईसी-814 प्लेन को काठमांडू से हाईजैक किया था।
– हाईजैक करने के बाद प्लेन को अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट ले जाया गया था।
– दुबई में कुछ पैसेंजरों को छोड़ दिया गया।
– 25 साल के भारतीय नागरिक रूपिन कत्याल की लाश को आतंकियों ने प्लेन से बाहर फेंक दिया था।
– आतंकियों ने भारत के सामने 178 पैसेंजरों की हिफाजत के बदले तीन आतंकियों की रिहाई का सौदा किया।
– उस वक्त की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पैसेंजरों की जान बचाने के लिए तीनों आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया।
– भारत की जेलों में बंद आतंकी मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को कंधार ले जाया गया था।
– इसी मसूद अजहर ने 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया था।
अजहर के टच में थे पठानकोट आए आतंकी…
– बताया जा रहा है कि पठानकोट के एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों ने पाकिस्तान के बहावलपुर में सैटेलाइट फोन के जरिए बातचीत की थी।
– खुफिया सूत्रों के मुताबिक, अजहर बहावलपुर में ही रहता है। वह जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग देता है।
एनएसए डोभाल भी गए थे कंधार?
– भारत ने आतंकियों के साथ जिस प्लेन को कंधार भेजा था, उसमें अजीत डोभाल भी थे। डोभाल फिलहाल एनएसए हैं।
– इस प्लेन में उस वक्त फॉरेन मिनिस्टर रहे जसवंत सिंह और कुछ बड़े सरकारी अफसर भी थे।
– अफगानिस्तान में उस वक्त तालिबान का कब्जा था। तालिबान के आतंकी लगातार पाकिस्तान सरकार के टच में थे।
– बता दें कि तालिबान की उस सरकार को पूरी दुनिया में सिर्फ पाकिस्तान ने मंजूर किया था।
By webpruthvi
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